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रेवती नक्षत्र शांति पूजा

Revati Nakshatra Shanti Puja

  • जीवन से बाधाओं को दूर करती है।
  • आपका आत्मविश्वास बढ़ाती है।
  • रेवती नक्षत्र के सकारात्मक प्रभाव को बढ़ाती है।
  • बुध महादशा के दौरान सकारात्मक परिणाम देती है।
  • आपके संकल्प के आधार पर व्यक्तिगत पूजा।
  • लाइव वैदिक पूजा में शामिल हों।
  • वैदिक पंडितों की विशेषज्ञ टीम।
  • आपकी सुविधानुसार प्रामाणिक ऑनलाइन पूजा।

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आपके जन्म के समय चंद्रमा जिस नक्षत्र में होता है, उसे आपका जन्म नक्षत्र कहा जाता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार आपके जीवन को आकार देने में जन्म नक्षत्र अभिन्न भूमिका निभाता है। यह महादशा से भी जुड़ा हुआ है, जिसका आपके भाग्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा, जन्म नक्षत्र का आपके दृष्टिकोण और विचार प्रक्रियाओं के साथ-साथ आपके व्यक्तित्व और शारीरिक बनावट पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है।

अशुभ नक्षत्र में जन्म लेने के परिणामस्वरूप होने वाले दुखों और नकारात्मकताओं को दूर करने के लिए नक्षत्र शांति पूजा की जाती है। यह पूजा आपको मुख्य-अवधि (महादशा) और उप-अवधि (अंतर्दशा) के द्वेषपूर्ण प्रभावों का मुकाबला करने और नक्षत्र देवता से अनुकूल परिणाम प्राप्त करने में भी सहायता करती है।

  • रेवती का अर्थ है “धन” और समृद्धि। यह नक्षत्र धन और सफलता का प्रतिनिधित्व करता है। इस नक्षत्र में पैदा हुए लोग उदार स्वभाव के होते हैं और हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहते हैं।
  • इसके अलावा, इस नक्षत्र के जातक अपने जीवन में हर चीज के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं।
  • रेवती नक्षत्र को अंतिम नक्षत्र माना गया है, इसलिए कहा जाता है कि यह जातकों का मार्गदर्शन कर सकता है।
  • वैदिक ज्योतिष में रेवती नक्षत्र का ग्रह बुध को कहा गया है, जो ज्ञान, सुरक्षित यात्रा और धन का प्रतिनिधित्व करता है।
  • पशु समुह और झुंड के रक्षक पूषन देव, रेवती नक्षत्र के पीठासीन देवता हैं।

रेवती नक्षत्र शांति पूजा कैसे काम करती है?

  • MyPandit के एक आचार्य और चार विशेषज्ञ पंडितों की एक टीम इस पूजा को सम्पन्न कराएगी। आपकी पूजा को करने के लिए रेवती नक्षत्र के दिन सर्वोत्तम मुहूर्त में नामित किया जाएगा।
  • पूजा की शुरुआत गौपूजा यानि गाय की पूजा से होगी है। साथ ही पंच देव पूजा भी की जाएगी, जिसमें गणेश, मातृका, नवग्रह, नक्षत्र देवता – ‘पूसा’ (पोषण), और शिव की पूजा की जाती है।
  • पूजा के दौरान हवन या यज्ञ किया जाएगा, जो आपकी जन्म कुंडली से नक्षत्र के हानिकारक प्रभावों को दूर करने का एक शक्तिशाली इलाज है।
  • पंडितजी अग्नि को तिल, घी, जौ और रेवती नक्षत्र से जुड़े अन्य पवित्र तत्व भेंट कर यज्ञ करेंगे।
  • पूजा के दौरान, वैदिक सूक्तम और मंत्रों का भी पाठ किया जाता है।

परिवहन विवरण

सभी शिपमेंट प्रतिष्ठित कूरियर सेवाओं के माध्यम से भेजे जाते हैं, जो भारत में 3 से 7 व्यावसायिक दिन और विदेश में 7-15 व्यावसायिक दिनों का समय लेते हैं।

*कुछ उत्पादों में एक संबद्धित छवि या फोटो हो सकती है। ये केवल संदर्भ के लिए हैं और इन्हें उदाहरण माना जाना चाहिए।

क्या रेवती नक्षत्र अच्छा है?

रेवती एक दिव्य नक्षत्र है। इस नक्षत्र में जन्में लोग आमतौर पर खुशमिजाज और भाग्यशाली होते हैं। हालाकि, वे गर्व और अधिकार की भावना के साथ संघर्ष कर सकते हैं।

रेवती नक्षत्र शांति पूजा कब करनी चाहिए?

रेवती नक्षत्र शांति पूजा बच्चे के जन्म के 27 वें दिन किया जाना चाहिए, इससे काफी सकारात्मक लाभ मिलता है। क्योंकि 27वें दिन चंद्रमा जन्म नक्षत्र में लौट आता है। इन नक्षत्रों में पैदा हुए लोगों को मूल शांति पूजा करनी चाहिए। साथ ही आप ब्राह्मणों को विभिन्न वस्तुएं और भोजन दान कर सकते हैं।

रेवती नक्षत्र के स्वामी कौन हैं?

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, पूषन देव रेवती नक्षत्र के अधिपति देवता हैं। पौराणिक कथाओं में, पुषन को एक सौर देवता माना जाता है। उन्हें जहां भी जरूरत होती है, वहां रोशनी पहुंचाने का काम सौंपा जाता है। पूषन को धन और समृद्धि का देवता भी माना जाता है।